किन्नौरा मसीही लोक साहित्य मंचो किनो च़ईनू स्वागत।
“च़ई सृष्टि परमेश्वरु बोन्याशीज़ तोह आए दोह स्कादा रङ संस्कृति आए कुदरतु शारे चिजोंस बङबङ तोह। सृष्टियू इद भागें बोसेशीज़ भान्ति शारेगा, यायी-यायी स्कादा रङ संस्कृतिस बङशीज़ आनु यायी नज़ारा ताज़्या हिमाचल प्रदेशु जनजाति जिला किन्नौरु मिगानु समर्पित तोह।
ओरछे निङ रङ बोन्ने निह।
किन जिन्दगी पङ आत्मिको बोढेनमो रङ परमेश्वरु नेहमो आए सुखी जिन्दगीयू ताइएस वेबसाइटोज रेनचिरे ,खिहरे आए हूशीरे आए आनु जिन्दगी बौदल्याया आशीष ऊनरे।”